સોમવાર, 27 ફેબ્રુઆરી, 2017

आप में हिंमत है तो आओ मिलके डॉन दाऊद इब्राहिम को मारते है ।




दाउद अभी जिन्दा है ? लेकिन में नही मानता ।
 अभी गुजरात राज्य की राजकोट पुलिस ने डॉन दाउद इब्राहिम के चार गुर्गे पकडे और थियोरी यह बताई जा रही है की " यह चार गुर्गे जामनगर के मशहूर उद्योगपति अस्फाक खत्री की हत्या करने आ रहे थे तब इनको दबोचा गया । "
राजकोट पुलिस ने खूंखार ४ शार्पशूटर को पकड़ा यह बात तो सही है । लेकिन कितने सवाल पीछे छूटे है
सवाल १ : दुनिया का मोस्ट वांटेड आतंकी जिसे भारतवासी डॉन दाऊद के नाम से जानते है, जिस के पीछे दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमरीका है, सीआईए और एफबीआई है । तो वह अभी तक क्यों नहीं पकड़ा गया ?
सवाल २ : क्या दाऊद जिन्दा है ? तो आज तक क्यों कभी सामने नहीं आया ?
सवाल ३ : दाऊद के गुर्गे इतनी आसानी से कैसे हाथ आ जाते है ? जेसे के कोई छोटा बच्चा पकड़ता हो ?
 अब मेरी थ्योरी सुन लीजिये । शायद आपको हजम न हो फिर भी सुना ही दू । "दाऊद" एक डर है जो हम भारतीयो में घर कर गया है । बार बार दाऊद का नाम लेकर हमें डराया जाता है ।
 यह काम कोई बहार के लोग नहीं करते लेकिन हम खुद कर रहे है ? - हमें दाऊद के न्यूज़ अछे लगते है । हम चाय के साथ दाउद की स्टोरी परोसी जाती है जो खूब भाती है । इस लिए पिछले 27 सालो से न्यूज़ पेपर, न्यूज़ चैनल या मेगज़ीन में दाउद की एक नयी फोटो नहीं छपी, पुलिस दाउद तो छोडो उसका नया एक फोटो नहीं ढूंढ पायी पर दाऊद के गुर्गे पकड़ के इतराती है ।
 मेरा यह मानना है की दाऊद जिन्दा नहीं । अगर अगले 5 साल दाउद की खबरे छापनी बंध हो जाये तो तो हर भारतीय उसे मर देगा । उसका डर भी भूल जायेगा । इस देश में जनम लेना वाला कोई बच्चा दाऊद बनाना नहीं चाहेगा ।
 डॉन दाऊद को हम मारना नहीं चाहते । अगर आप लोग अभ्यास करने के आदि है तो मेरा दावा है की जितनी फुटेज दाऊद को मिली पिछले दो दसक में देश के किसी नायक को नहीं मिली । जितनी फिल्म दाउद के इर्दगिर्द बनी उतनी तो इस देश के सपूतो पर नहीं बनी ।
अगर आपमें हिंमत है तो आओ मिलके डॉन दाऊद इब्राहिम को मारते है ।

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હું મારી આસપાસ એવા ઘણા લોકોને ઓળખું છું જેઓએ જીવનની કોઈ મુશ્કેલી કે દુઃખ વેળાએ આત્મહત્યાનો પ્રયાસ કર્યો હોય... હું આ આપઘાતનો પ્રયાસ સાંભળ...